दोस्तों आज रक्षा बंधन है सभी को हार्दिक सुभकामनाएँ
आज के दिन बहन अपने भाई को कलाई पर एक धागा
बांधती है उसे कहते है राखी यानि रक्षा और भाई अपनी बहन से वादा करता है की मै जीवन भर तेरी रक्षा करूँगा और दुःख में सुख में रक्षा करता भी है
आज कल बाज़ार मे कहीं अन्ना जी की फोटो.. की राखी कहीं पर भरष्टाचार मिटाओ .. शराब मत पीओ .. और भी बहुत से बैनर वाली और बहुत ही महंगी से महंगी राखिंया मिलती है पर असल में ये एक धागे का ही त्योहार है सिर्फ दिल की बात है ..पर दोस्तों आज कल
कोई भी माँ बहन बाज़ार या सड़क पर जाती है तो लोग उन पर फब्तियां कसते है अश्लील इशारे करते है क्या हो रहा है ये... लोग अपनी बहन को तो बहन समझते है दुसरे की बहन को कुछ नहीं समझते जिसको वो छेड़ते है वो किसी न किसी की तो बहन होगी अगर हम किसी को माँ -बहन नहीं बना सकते पर इज्जत करना तो सीख़ ही सकते है
चार लड़के कॉलेज में आपस में बात करते हुए ..पहला यार वो पीले सुट वाली लड़की देखी कितनी खुबसुरत लग रही है सारे वाह-वाह करने लगे ..दूसरा यार इसको छोड़ो उसको देखो जो नीला सुट पहने हुए है वो तो गजब ढा रही है पहला अरे वो मेरी बहन लगती है दूसरा सॉरी यार ....
आज के दिन बहन अपने भाई को कलाई पर एक धागा
बांधती है उसे कहते है राखी यानि रक्षा और भाई अपनी बहन से वादा करता है की मै जीवन भर तेरी रक्षा करूँगा और दुःख में सुख में रक्षा करता भी है
आज कल बाज़ार मे कहीं अन्ना जी की फोटो.. की राखी कहीं पर भरष्टाचार मिटाओ .. शराब मत पीओ .. और भी बहुत से बैनर वाली और बहुत ही महंगी से महंगी राखिंया मिलती है पर असल में ये एक धागे का ही त्योहार है सिर्फ दिल की बात है ..पर दोस्तों आज कल
कोई भी माँ बहन बाज़ार या सड़क पर जाती है तो लोग उन पर फब्तियां कसते है अश्लील इशारे करते है क्या हो रहा है ये... लोग अपनी बहन को तो बहन समझते है दुसरे की बहन को कुछ नहीं समझते जिसको वो छेड़ते है वो किसी न किसी की तो बहन होगी अगर हम किसी को माँ -बहन नहीं बना सकते पर इज्जत करना तो सीख़ ही सकते है
चार लड़के कॉलेज में आपस में बात करते हुए ..पहला यार वो पीले सुट वाली लड़की देखी कितनी खुबसुरत लग रही है सारे वाह-वाह करने लगे ..दूसरा यार इसको छोड़ो उसको देखो जो नीला सुट पहने हुए है वो तो गजब ढा रही है पहला अरे वो मेरी बहन लगती है दूसरा सॉरी यार ....
कडवी हकीकत लिखी है आपने ! मेरे मन में भी यही प्रश्न रहता है की जिसे वे छेड़ते हैं वह भी तो किसी भाई की बहन ही होगी !
ReplyDeleteवाह सुरेश जी आपने आजकल के कुछ नौ जवानों की सोच पर कडा कटाक्ष किया है
ReplyDeleteKatu Saty..... Shubhkamnayen...
ReplyDeleteक्या कहें....रक्षाबंधन की बहुत शुभकामनाये
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