ये धरती हो खुशहाल ,कुछ ऐसा कर जाऊं मैं ,
हर हाथ को काम मिले ,ऐसे रोजगार चलाऊँ मैं |
सभी लोग हों पढ़े लिखे ,इतने स्कूल खुलवाऊं मैं ,
सदा ही भाईचारा रहे कायम ,ऐसा पाठ पढाऊँ मैं |
नशाखोरी हो ख़त्म ,इसमें बहुत अवगुण बताऊँ मैं ,
हेराफेरी,बेईमानी न करे कोई,ऐसी तरकीब चलाऊं मैं|
चोर चोरी न करे , कुछ ऐसे उसको समझाऊँ मैं ,
बहन ,बेटी रहें सुरक्षित ,ऐसी तहजीब सिख्नाऊँ मैं |
असमाजिक तत्व डरे ,ऐसा सखत कानून बनाऊँ मैं ,
चौकीदार ,पुलिस आराम करे ,ऐसा समाज बनाऊँ मैं |
भिखारी और भुखमरी हो खत्म ,इतना अनाज ऊगाऊँ मैं ,
हर आदमी का अपना घर हो, ऐसी स्कीम चलाऊँ मैं |
हर आदमी खुश हो जाए ,फिर मंद -मंद मुस्काऊँ मैं ,
मेरा सपना हो जाए पूरा ,फिर बेशक मर जाऊं मैं |
हर हाथ को काम मिले ,ऐसे रोजगार चलाऊँ मैं |
सभी लोग हों पढ़े लिखे ,इतने स्कूल खुलवाऊं मैं ,
सदा ही भाईचारा रहे कायम ,ऐसा पाठ पढाऊँ मैं |
नशाखोरी हो ख़त्म ,इसमें बहुत अवगुण बताऊँ मैं ,
हेराफेरी,बेईमानी न करे कोई,ऐसी तरकीब चलाऊं मैं|
चोर चोरी न करे , कुछ ऐसे उसको समझाऊँ मैं ,
बहन ,बेटी रहें सुरक्षित ,ऐसी तहजीब सिख्नाऊँ मैं |
असमाजिक तत्व डरे ,ऐसा सखत कानून बनाऊँ मैं ,
चौकीदार ,पुलिस आराम करे ,ऐसा समाज बनाऊँ मैं |
भिखारी और भुखमरी हो खत्म ,इतना अनाज ऊगाऊँ मैं ,
हर आदमी का अपना घर हो, ऐसी स्कीम चलाऊँ मैं |
हर आदमी खुश हो जाए ,फिर मंद -मंद मुस्काऊँ मैं ,
मेरा सपना हो जाए पूरा ,फिर बेशक मर जाऊं मैं |