बढ़ी ख़ुशी की बात है, की हम लोग भारत देश में पैदा हुए जवान हुए शाद्दी हुई और आज दो -दो जवान बेटो के बाप है |
मेरा बेटा बारहवी करने के बाद मुझको बोला की पापा जी अब क्या करूँ मैंने कहा की बेटा आगे पढ़ और इंजीनियरिंग कर इसका आने वाले वक़्त में बहुत क्रेज है | तेरे बहुत काम आएगा बेटा बोला की पापा जी कोई ऐसा काम बताओ जिसमें अच्छा पैसा हो मैं वो ही काम करूँगा मैंने कहा की बेटा ये तो इन्सान की काबलियत पर निर्भर है की कितना पढ़ा लिखा है ,उसने कौन सा बढ़िया कोर्स किया है ,वो कैसा काम करेगा उसी के हिसाब से उसको नौकरी मिलेगी और उसी के हिसाब से उसको तन्खवाह भी मिलेगी | बेटा बोला पापा जी मैंने नहीं करनी आगे पढाई मै तो ऐसी नौकरी चाहता हूँ , जिसमें सिर्फ और सिर्फ पैसा हो मैंने कहा की बेटा पैसा ही सब कुछ नहीं होता है ,पैसे के बिना भी इन्सान के पास बहुँत कुछ होता है बेटा बोला की २२ साल हो गये आपको नौकरी करते हुए एक साइकिल तक तो खरीद नहीं सके | मैंने कहा बेटा ईमानदारी से इतनी महंगाई में घर का खर्च चल जाये ये क्या कम है बेटा बोला की आप मुझे कंही से भी पांच लाख का जुगाड़ कर दो नौकरी मै आपने आप लग जाउगां और आपके पैसे छ महीने मे वापिस कर दूंगा | इस सरकार में लाखों नौकरियां है मुझे कोई न कोई मिल ही जाएगी मैंने कहा की बेटे आप रिश्वत देकर नौकरी लगोगे उसके बाद रिश्वत लोगे ,हेराफेरी करोगे ,बेईमानी करोगे और भर्ष्टाचार को फलाओगे नहीं बेटा नहीं मै ऐसा कभी भी नहीं होने दूंगा | अभी आप ने देखा नहीं अन्ना हजारे जी ने रामलीला मैदान पर कितने दिन तक अनशन रखा था खुद मै दो दिन तक वही पर था | आप ऐसा करो की आगे पढाई करो और खूब पढो तो आप को अच्छी नौकरी जरुर मिल जाएगी | बेटा बोला पापा जी आप एक बात बताओ क्या ऐसा करने से भर्ष्टाचार मिट जायेगा नहीं पापा जी कभी भी नहीं मिट सकता | आज कल हम लोगो को रिश्वत देने की और रिश्वत लेने की लत लग चुकी है | अगर कोई शरीफ कर्मचारी बिना रिश्वत के काम कर भी देता है तो हम लोग जबरदस्ती (अरे बाबु जी ले भी लो ये तो मिठाई है आपके लिए नहीं मै तो बच्चो के लिए दे रहा हूँ ) दे देगा ,ये भर्ष्टाचार कभी नहीं मिट सकता चाहे कोई रामलीला मैदान पर अनशन करे या लाल किले पर पापा जी आप मेरी बात मान जाओ और मेरा काम कर दो मै आपको सभी सुविधाएं दे दुगा और इधर मै आज के सारे हालात पर सोचकर और बेटे की बाते सुनकर असमझ की स्थिति में हूँ अब क्या करूँ?
मै उन हिन्दुस्तानी लोगो को सलाम करता हूँ जो विदेश में रहकर भी आपने देश को भूले नहीं है
.................................जय हिंद ..............
मेरा बेटा बारहवी करने के बाद मुझको बोला की पापा जी अब क्या करूँ मैंने कहा की बेटा आगे पढ़ और इंजीनियरिंग कर इसका आने वाले वक़्त में बहुत क्रेज है | तेरे बहुत काम आएगा बेटा बोला की पापा जी कोई ऐसा काम बताओ जिसमें अच्छा पैसा हो मैं वो ही काम करूँगा मैंने कहा की बेटा ये तो इन्सान की काबलियत पर निर्भर है की कितना पढ़ा लिखा है ,उसने कौन सा बढ़िया कोर्स किया है ,वो कैसा काम करेगा उसी के हिसाब से उसको नौकरी मिलेगी और उसी के हिसाब से उसको तन्खवाह भी मिलेगी | बेटा बोला पापा जी मैंने नहीं करनी आगे पढाई मै तो ऐसी नौकरी चाहता हूँ , जिसमें सिर्फ और सिर्फ पैसा हो मैंने कहा की बेटा पैसा ही सब कुछ नहीं होता है ,पैसे के बिना भी इन्सान के पास बहुँत कुछ होता है बेटा बोला की २२ साल हो गये आपको नौकरी करते हुए एक साइकिल तक तो खरीद नहीं सके | मैंने कहा बेटा ईमानदारी से इतनी महंगाई में घर का खर्च चल जाये ये क्या कम है बेटा बोला की आप मुझे कंही से भी पांच लाख का जुगाड़ कर दो नौकरी मै आपने आप लग जाउगां और आपके पैसे छ महीने मे वापिस कर दूंगा | इस सरकार में लाखों नौकरियां है मुझे कोई न कोई मिल ही जाएगी मैंने कहा की बेटे आप रिश्वत देकर नौकरी लगोगे उसके बाद रिश्वत लोगे ,हेराफेरी करोगे ,बेईमानी करोगे और भर्ष्टाचार को फलाओगे नहीं बेटा नहीं मै ऐसा कभी भी नहीं होने दूंगा | अभी आप ने देखा नहीं अन्ना हजारे जी ने रामलीला मैदान पर कितने दिन तक अनशन रखा था खुद मै दो दिन तक वही पर था | आप ऐसा करो की आगे पढाई करो और खूब पढो तो आप को अच्छी नौकरी जरुर मिल जाएगी | बेटा बोला पापा जी आप एक बात बताओ क्या ऐसा करने से भर्ष्टाचार मिट जायेगा नहीं पापा जी कभी भी नहीं मिट सकता | आज कल हम लोगो को रिश्वत देने की और रिश्वत लेने की लत लग चुकी है | अगर कोई शरीफ कर्मचारी बिना रिश्वत के काम कर भी देता है तो हम लोग जबरदस्ती (अरे बाबु जी ले भी लो ये तो मिठाई है आपके लिए नहीं मै तो बच्चो के लिए दे रहा हूँ ) दे देगा ,ये भर्ष्टाचार कभी नहीं मिट सकता चाहे कोई रामलीला मैदान पर अनशन करे या लाल किले पर पापा जी आप मेरी बात मान जाओ और मेरा काम कर दो मै आपको सभी सुविधाएं दे दुगा और इधर मै आज के सारे हालात पर सोचकर और बेटे की बाते सुनकर असमझ की स्थिति में हूँ अब क्या करूँ?
मै उन हिन्दुस्तानी लोगो को सलाम करता हूँ जो विदेश में रहकर भी आपने देश को भूले नहीं है
.................................जय हिंद ..............
मैंने कहा बेटा ईमानदारी से इतनी महंगाई में घर का खर्च चल जाये ये क्या कम है बेटा बोला की आप मुझे कंही से भी पांच लाख का जुगाड़ कर दो नौकरी मै आपने आप लग जाउगां और आपके पैसे छ महीने मे वापिस कर दूंगा इस सरकार में लाखों नौकरियां है मुझे कोई न कोई मिल ही जाएगी
ReplyDeleteआपको बहुत बहुत बधाई --
इस जबरदस्त प्रस्तुति पर ||
इस देश को रखना संम्भाल कर ईमानदार बन कर।
ReplyDeleteसत्यानाश करना है तो चलो नेताओं के कदमों की नकल पर
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteआज के हालात पर बहुत सटीक आलेख...
ReplyDeleteएक लाइलाज रोग का इलाज खोजने का प्रयास
ReplyDeleteवर्तमान परिवेश पर सटीक और सार्थक चिंतन
ReplyDeleteबहुत सही कहा आपने... आज - कल यही चल रहा है...
ReplyDeleteपर इसके अलावा एक सुझाव देने चाहता हूँ, कृपया अन्यथा न लें।
आपके लेख मे विराम चिन्हों की कमी महसूस हुई है मुझे और थोड़ी सी वर्तनी (spelling) मे भी गड़बड़ी है... शायद जल्दबाज़ी मे हो गया होगा। कृपया ध्यान रखें इन बातों का।
बहुत ही अच्छा लिखा है, आजकल के सन्दर्भ को दर्शाता.
ReplyDeleteशुभकामनायें
हम लाये हैं तूफ़ान से कश्ती निकाल कर ,
ReplyDeleteइस देश को रखना मेरे बच्चों संभल कर।
aasan nhi bhrastachar ko khatm krna .
ReplyDeletepr hmen prayas krna hi hoga khaskr bachon ko smjhana hoga.
हकीकत बयान करती यह पोस्ट अच्छी लगी...शुभकामनायें !!
ReplyDeleteसही और सार्थक बात।
ReplyDeleteआपको बहुत बहुत बधाई --
ReplyDeleteइस जबरदस्त प्रस्तुति पर ||
शायद यही वर्तमान हकीकत है ..जिसमे जीवन भी धुंधला महसूस होने लगता है ...सोचपरक लेख ...बहुत बधाई...
ReplyDeleteVicharniy aalekh... Yahi aaj ka sach hai...
ReplyDeleteबेटे को बोला बेईमान की कोई कसम नही खाता, उस से कोई नही डरता, सब को पता हे साला बिकाऊ हे, इस लिये कोई उस की इज्जत भी नही करता, ओर उस के बच्चे भी आवारा ही निकलते हे, क्योकि जैसे बाढ का पानी अपने साथ बहुत सी बिमारियां ले कर आता हे वैसे ही हराम का पैसा भी बहुत सी गलत बाते अपने साथ लाता हे, जिस से एक पीढी नही आने वाली सारी पीढीयां नष्ट हो जाती हे, ओर ईमान दार आदमी को एक मिसाल के तोर पर माना जाता हे चाहे उस के पास पैसे ना हो लेकिन सब उस की इज्जत दिल से करते हे, उस की इमान्दारी की कसमे खाते हे, उस का परिवार चाहे फ़टे हाली मे रहे लेकिन प्यार ओर सुख उस परिवार मे ही मिलता हे..... ईमन दार को लोग दुर से देख कर इज्जत से सर झुका लेते हे.... इस देश मे बेईमानो की तो फ़ोज भरी पडी हे, लेकिन ईमानदार अलग चमक रखते हे.
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